12th Home Science Question Bank 2009 Solution ! 12th Home Science Question Bank 2009 Solution
1. चेक कितने प्रकार के होते हैं?
उत्तर–बैंक में खाता खोलने पर बैंक द्वारा जमाकर्ता को चेक बुक दिया जाता है । चेक एक बिना शर्त-लिखित आदेश-पत्र है जिसे जमाकर्ता बैंक से रकम निकालने में प्रयोग में लाता है । चेक तीन प्रकार के होते हैं–(1) वाहक चेक प्राप्तकर्ता के सामने वाहक लिखा होता है । उसकी राशि कोई भी व्यक्ति प्राप्त कर सकता है। इसे खो जाने का खतरा रहता है
(2) आदेश चेक-वाहक शब्द काटकर आदेशक लिखा होता है जिस व्यक्ति के नाम से चेक लिखा होता है । भुगतान उसी को दिया जाता है अथवा वाहक जिसका नाम चेक के दूसरी तरफ लिखा होता है। बैंक वाहक का हस्ताक्षर लेकर ही भुगतान करता है ।
(3) रेखांकित चेक-बायीं तरफ ऊपरी सिरे पर दो तिरछी सामान्तर रेखाएँ खींची होती हैं । इसके राशि का भुगतान नहीं किया जा सकता है । व्यक्ति के नाम के खाते में राशि जमा कर दी जाती है। इसे खोने पर दूसरे व्यक्ति को राशि मिलने की सम्भावना कतई नहीं होती।
2. आई. एस. आई. क्या है? चार खाद्य पदार्थों के नाम लिखें जिन पर आई. एस. आई. चिह्न हो।
उत्तर–भारतीय मानक संस्थान I.S.I. को ही अब भारतीय मानक ब्यूरो B.I.S. कहा जाता है। 1952 के I.S.I. अधिनियम के अन्तर्गत भारतीय मानक ब्यूरो को किसी भी पदार्थ तथा प्रणाली के लिये मानक स्थापित करने का अधिकार है। इसमें लगभग सभी भोज्य पदार्थ, बिजली के उपकरण, बर्तन तथा सौन्दर्य प्रसाधन आते हैं । I.S.I चिह्न लगाने की अनुमति तभी मिलती है जब उत्पादन पूरी
निर्माण-प्रक्रिया में B.I.S. के मानकों के अनुसार तैयार किया गया हो ।
चार खाद्य पदार्थों के नाम निम्नलिखित हैं जिन पर I.S.I. चिह्न होते हैं-
(क) शिशु दुग्ध आहार (ख) काफी पाउडर (ग) पनीर एवं (घ) आइसक्रीम ।
3. आयकर में छूट प्राप्त करने के लिए किन-किन योजनाओं में निवेश करना चाहिए?
उत्तर–किसी व्यक्ति को आयकर में छूट प्राप्त करने के लिए निम्न योजनाओं में निवेश करना चाहिए—(i) राष्ट्रीय बचत पत्र (ii) पूर्व संक्रियात्मक अवस्था (iii) जीवन बीमा (iv). सार्वजनिक भविष्य निधि योजना एवं (v) यूनिट योजना ।
4. प्राथमिक रंग किसे कहते हैं ?
उत्तर–प्राथमिक रंग प्रथम श्रेणी के रंग होते हैं । यह रंग मुख्य रंगों में आते हैं । इसके अन्तर्गत लाल, पीला, नीला रंग आते हैं। प्राथमिक रंग से व्यक्ति पर बहुत गहरा प्रभाव पड़ता है। प्राथमिक रंग से वस्तुओं में सुन्दरता का समावेश होता है। रंगों के विभिन्न प्रयोग व्यक्तियों के आकार-प्रकार व संवेगों को प्रभावित करते हैं।
5. गर्भवती स्त्रियों के भोजन में लोहा होना क्यों अनिवार्य है ?
उत्तर–खनिज लवण शरीर को मांसपेशियों के उचित संगठन और शरीर को क्रियाओं को नियमित रखने के लिए आवश्यक है। गर्भावस्था में लोहा की आवश्यकता अधिक हो जाती है। हरी पत्तेदार सब्जियां, मांस आदि खाने से गर्भवती महिला के शरीर में लौह-तत्व के मौलिक अम्ल की कमी पूरी हो जाती है।
6. भोजन अपमिश्रण से आप क्या समझते हैं ?
उत्तर–भोजन की विशुद्ध वस्तुओं में कुछ विजातीय या कम मूल्य को स्वजातीय वस्तु के मिश्रण को भोजन अपमिश्रण कहते हैं। भोजन में मिलावट रहने से उसका पोषक तत्व घट जाता है । प्रायः गेहूँ, चावल, दाल आदि में कंकड़ मिलाकर उनकी तौल बढ़ा दी जाती है। इसके अलावा सरसों के तेल में तीसी के तेल की मिलावट होती है, शुद्ध घी में वनस्पति तेल आदि का मिश्रण होता है । अरहर की दाल में खेसाड़ी के दाल की मिलावट, दूध में पानी मिलाना, चायपत्ती में काठ का बुरादा, औषधियों में मिलावट, मसालों में मिलावट आदि आम रूप से देखी जाती है । मिलावट होने से वस्तु विशेष से हमें यथोचित मात्रा में पोषक तत्व प्राप्त नहीं होते हैं तथा शरीर रोगी हो जाता है। उपभोक्ताओं के स्वास्थ्य की दशा के लिए भारत सरकार ने खाद्य उपमिश्रण निवारण नियम 1954 बनाया जिसके तहत् उपभोक्ता इसकी शिकायत उपभोक्ता संरक्षण केन्द्र पर करा सकते हैं।
7. प्रतिरक्षा को परिभाषित करें।
उत्तर–प्रतिरक्षा का अर्थ होता है–“व्यक्ति के रोग तथा रोगों से लड़ने की क्षमता या योग्यता हुमारे शरीर को भिन्न-भिन्न रोगाणुओं से लड़ने के लिए भिन्न-भिन्न प्रतिद्रव्यों की आवश्यकता होती है। सूक्ष्म जीवाणु तथा रोगाणु शत्रु समझे जाते हैं । इनमें ऐसे ‘एंटीजन या प्रतिजन होते हैं जो शरीर में ‘एंटीजन’ या प्रतिद्रव्य उत्पन्न करने के लिए शरीर की प्रतिरक्षा को बढ़ाते हैं।
8. बजट कितने प्रकार के होते हैं?
उत्तर–एक निश्चित अवधि के पूर्व आय-व्यय के विस्तृत ब्यौरा को बजट कहते हैं । बजट तीन प्रकार का होता है— (i) बचत का बजट-जब प्रस्तावित व्यय अनुमानित आय से कम तथा निश्चित अवधि में कुछ बचत हो जाती है तो उसे बचत का बजट कहते हैं।
(ii) घाटे का बजट-जब प्रस्तावित व्यय अनुमानित आय से अधिक होता है, तो उसे पूरा करने के लिए ऋण लेना या बजट से खर्च करना पड़ता है तो उसे घाटे का बजट कहते हैं।
(iii) संतुलित बजट-जब प्रस्तावित व्यय अनुमानित आय के समान होती है, तो उसे सन्तुष्टि बजट कहते हैं । परिवार के लिए यह बजट लाभप्रद होता है
9. दाग-धब्बों को कितने श्रेणी में बाँटा गया है ?
उत्तर–दाग-धब्बों को पाँच श्रेणी में बाँटा गया है : (i) प्राणिज्य धब्बे—प्राणिज्य पदार्थों के द्वारा लगने वाले धब्बे को प्राणिज्य धब्बे कहते हैं जैसे-अण्डा, दूध, मांस, मछली आदि ।
(ii) वनस्पतिक धब्बे-पेड़-पौधों से प्राप्त पदार्थों द्वारा लगे धब्बे को वनस्पतिक धब्बे कहते हैं, जैसे-चाय, कॉफी, सब्जी, फल, फूल आदि ।
(iii) खनिज धब्बे- खनिज पदार्थों के द्वारा लगे धब्बों को खनिज धब्बे कहते हैं जैसे-जंग, स्याही । इन धब्बों को दूर करने के लिए हल्के अम्ल का प्रयोग करते हैं तथा हल्का क्षार लगाकर वस्त्र पर लगे अम्ल के प्रभाव को दूर कर दिया जाता है।
(iv) चिकनाई के धब्बे-घी, तेल, मक्खन, क्रीम आदि पदार्थों से लगने वाले धब्बे चिकनाई धब्बे होते हैं।
(v) अन्य धब्बे-पसीना, धुआँ तथा रंग के धब्बे ऐसे होते हैं जिन्हें उपरोक्त किसी भी श्रेणी में नहीं रखा जा सकता है।
10. समन्वित बाल विकास सेवा (आई० सी० डी० एस०) के उद्देश्य क्या है ?
उत्तर–समन्वित बाल विकास सेवा 2 अक्टूबर, सन् 1975 में 33 ब्लॉक में प्रायोजित आधार पर प्रारम्भ की गई थी । देश में लगभग 2761 स्वीकृत आई० सी० डी० एस० परियोजनाएँ हैं जिनसे लाखों माताएँ एवं बच्चे लाभ उठा रहे हैं।
समन्वित बाल विकास सेवा के प्रमुख उद्देश्य हैं-
(1) 0-6 वर्ष की आयु के बच्चों के स्वास्थ्य तथा आहार की स्थिति में सुधार ।
(2) बच्चों के मनोवैज्ञानिक, सामाजिक तथा शारीरिक विकास की नींव रखना।
(iii) कुपोषण, मृत्यु, अस्वस्थता तथा विद्यालय छोड़ने की दर में कमी लाना ।
(iv) सरकार के विभिन्न विभागों द्वारा चलाए जा रहे कार्यक्रमों का प्रभावी एकीकरण जिससे विकास की ओर अधिक बढ़ावा मिलें।
(5) माताओं को स्वास्थ्य तथा पोषक शिक्षा देकर उनकी क्षमता का विकास करना जिससे वे बच्चे के सामान्य स्वास्थ्य एवं पोषण आवश्यकताओं की पूर्ति हेतु उनकी देखभाल कर सकें।
11. बच्चों को क्रेच में रखने से क्या लाभ हैं ?
उत्तर–बच्चे की क्रैच में रखने के निम्नलिखित लाभ हैं-
(क) यह बच्चों की निश्चित समय तथा तापमान पर दूध तथा आहार प्रदान करते हैं ।
(ख) यह बच्चों को मेज पर बैठकर खाने के तरीके सिखाते हैं।
(ग) यह प्रत्येक छोटे बच्चों को चारपाई प्रदान करते हैं।
(घ) यह बच्चों को साफ तथा सुरक्षित वातावरण प्रदान करते हैं।
12. पारिवारिक आय के अतिरिक्त साधन से आप क्या समझते हैं ?
उत्तर–सामान्यतः आजीविका के माध्यम से दैनिक, साप्ताहिक, मासिक, त्रैमासिक, अर्द्धवार्षिक एवं वार्षिक रूप से आने वाला धन आय कहलाते हैं । एक परिवार में एक से अधिक व्यक्ति कमाने वाले हो सकते हैं। परिवार को सुचारू रूप से चलाने के लिए धन एक प्रमुख साधन है क्योंकि धन से ही हमारी आवश्यकताओं की पूर्ति होती है।
पारिवारिक आय के अतिरिक्त निम्नलिखित साधन हैं-
(i) पारिवारिक आय में वृद्धि करना—(i) अंशकालिक नौकरी द्वारा (ii) लघु-उद्योग द्वारा (iii) गृह उद्योग द्वारा (iv) उपलब्ध भौतिक साधनों का उचित उपयोग (v) परिवार की वास्तविक आय में वृद्धि करना (vi) बचत किये गये धन का उचित विनियोग । उपलब्ध आय का मितव्ययितापूर्वक व्यय करना—(i) बजट बनाकर (ii) विभिन्न प्रभावों द्वारा घरेलू खर्चों में कमी लाना (iii) मानवीय साधनों का विकास करके ।