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Savinay Avagya Aandolan Per Prakash Dalen

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प्रश्न 1. सविनय अवज्ञा आंदोलन पर प्रकाश डाले

उत्तर–(1) इस आंदोलन ने राष्ट्रीय आंदोलन के सामाजिक आधार का विस्तार किया। इस आंदोलन में महिलाओं, मजदूर वर्ग, शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्र के निर्धन व अशिक्षित लोगों की भागीदारी मिली। इस आंदोलन ने श्रमिक एवं कृषक आंदोलन को भी प्रभावित किया ।

(ii) इस आंदोलन में महिलाओं की भागीदारी विशेष महत्त्व रखती है, क्योंकि महिलाओं का प्रवेश सार्वजनिक जीवन में होने लगा। इस आंदोलन में पहली बार महिलाओं की भागीदारी वृहत् स्तर पर देखते हैं।

(iii) इस आंदोलन ने समाज के विभिन्न वर्गों का राजनीतिकरण किया ।

(iv) इस आंदोलन के अंतर्गत आर्थिक बहिष्कार ने ब्रिटिश आर्थिक हितों को प्रभावित किया, इसके कारण ब्रिटिश वस्त्रों के आयात में गिरावट आई तथा अन्य वस्तुओं के आयात भी प्रभावित हुए। इससे स्वदेशीकरण को बढ़ावा मिला।

(V) इस आंदोलन में संगठन बनाने के नए तरीकों का इस्तेमाल हुआ जैसे-‘वानर सेना’ एवं ‘मंजरी सेना’ इत्यादि । ‘प्रभात फेरी’ का आयोजन कर तथा पत्र-पत्रिकाओं का इस्तेमाल करके भी लोगों को संगठित करने का एक नया तरीका अपनाया गया ।

( VI ) इस आंदोलन का एक मुख्य परिणाम था ब्रिटिश सरकार द्वारा 1935 ईस्वी में भारत शासन अधिनियम का पारित किया जाना

( v॥ ) पहली बार बीडी सरकार ने कांग्रेस से समानता के आधार पर बातचीत की

प्रश्न 1. सविनय अवज्ञा आंदोलन पर प्रकाश डाले

उत्तर–(1) इस आंदोलन ने राष्ट्रीय आंदोलन के सामाजिक आधार का विस्तार किया। इस आंदोलन में महिलाओं, मजदूर वर्ग, शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्र के निर्धन व अशिक्षित लोगों की भागीदारी मिली। इस आंदोलन ने श्रमिक एवं कृषक आंदोलन को भी प्रभावित किया ।

(ii) इस आंदोलन में महिलाओं की भागीदारी विशेष महत्त्व रखती है, क्योंकि महिलाओं का प्रवेश सार्वजनिक जीवन में होने लगा। इस आंदोलन में पहली बार महिलाओं की भागीदारी वृहत् स्तर पर देखते हैं।

(iii) इस आंदोलन ने समाज के विभिन्न वर्गों का राजनीतिकरण किया ।

(iv) इस आंदोलन के अंतर्गत आर्थिक बहिष्कार ने ब्रिटिश आर्थिक हितों को प्रभावित किया, इसके कारण ब्रिटिश वस्त्रों के आयात में गिरावट आई तथा अन्य वस्तुओं के आयात भी प्रभावित हुए। इससे स्वदेशीकरण को बढ़ावा मिला।

(V) इस आंदोलन में संगठन बनाने के नए तरीकों का इस्तेमाल हुआ जैसे-‘वानर सेना’ एवं ‘मंजरी सेना’ इत्यादि । ‘प्रभात फेरी’ का आयोजन कर तथा पत्र-पत्रिकाओं का इस्तेमाल करके भी लोगों को संगठित करने का एक नया तरीका अपनाया गया ।

( VI ) इस आंदोलन का एक मुख्य परिणाम था ब्रिटिश सरकार द्वारा 1935 ईस्वी में भारत शासन अधिनियम का पारित किया जाना

( v॥ ) पहली बार बीडी सरकार ने कांग्रेस से समानता के आधार पर बातचीत की

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